Tuesday, 29 May 2018

चीन का असली रुप : मानसरोवर में डुबकी नही लगाने दे रहा चीन

चीन का असली रुप : मानसरोवर में डुबकी नही लगाने दे रहा चीन

कैलास मानसरोवर में चीन ने भारत के श्रद्धालुओं को झील में डुबकी नहीं लगाने दी ! श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया कि, चीन के अधिकारियों ने उन्हें झील में पवित्र डुबकी लगाने की अनुमति नहीं दी । पीडित यात्रियों के जत्थे का यात्रा के दौरान का फोटो भी सामने आया है । आपको बता दें कि, हर बार की तरह इस साल भी हजारों यात्री कैलास मानसरोवर की यात्रा पर जाएंगे । यह धार्मिक स्थल तिब्बत में है, जिसका रास्ता नेपाल से होकर जाता है । हालांकि, अभी इस मामले पर चीन की ओर से किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं आई है !
कैलास की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के इस जत्थे ने दावा किया कि चीनी अधिकारियों ने उन्हें पवित्र झील में डुबकी नहीं लगाने दी !
भारत का विदेश मंत्रालय हर साल जून से सितंबर के बीच में इस पवित्र धार्मिक स्थल की यात्रा का आयोजन कराता है । यह यात्रा इस साल ८ जून से शुरू होगी । विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसी महीने कैलास मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के विदेश मंत्री वांग यी से वार्ता की थी, जिस पर चीन ने नाथूला दर्रा खोला था ।
८ मई को विदेश मंत्री ने इस संबंध में घोषणा भी की थी । उन्होंने कहा था कि भारत के साथ विचार-विमर्श के बाद नाथूला पास को फिर से चीन ने खोल दिया है । बकौल स्वराज, “मैंने चीनी विदेश मंत्रालय से कहा था कि दोनों देशों की सरकारों के बीच संबंध तब तक नहीं सुधरेंगे, जब तक लोगों से लोगों तक के संबंधों में परिवर्तन नहीं लाया जाएगा । नाथूला पास को पिछले साल यात्रा के दौरान बंद कर दिया गया था । मुझे खुशी है कि दोबारा इसे यात्रा के लिए खोला गया है !”
बता दें कि डोकलाम विवाद के बाद चीन ने कैलास मानसरोवर यात्रा जानेवाले भारतीय श्रद्धालुओं के लिए नाथूला पास को बंद कर दिया था । सुषमा स्वराज ने उसी के बाद चीन के समकक्ष से बात की थी । विदेश मंत्रालय के अनुसार, १५८० श्रद्धालु इस साल कैलास की यात्रा पर रवाना होंगे । ये जत्थे दो रूट से यात्रा पर जाएंगे, जिनमें सिक्किम का नाथूला दर्रा और उत्तराखंड का लिपुलेख दर्रा शामिल है । यह यात्रा चार महीने तक चलेगी !
स्त्रोत : जनसत्ता

Monday, 28 May 2018

कैलास मानसरोवर यात्रा का रास्ता रोकनेवाले चीन की नई चाल : कोलकाता की दुर्गा पूजा को प्रायोजक करेगा चीन

कैलास मानसरोवर यात्रा का रास्ता रोकनेवाले चीन की नई चाल : कोलकाता की दुर्गा पूजा को प्रायोजक करेगा चीन

दुर्गा पुजा यह हिन्दुआें का त्यौहार हिन्दू धर्म के रीति-रिवाजों के साथ ही मनाना चाहिए । हिन्दुआें, कैलास मानसरोवर यात्रा का मार्ग रोकनेवाले इस चीन को दुर्गा पुजा में नही, अपितु भारत में अपना माल बेचने की यह चाल है ! हिन्दुआें, चीन की इस चाल को नाकाम करने के लिए संगठित होकर इसका विरोध करें ! 
देश भर मे पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा प्रसिध्द है ! राज्य से व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को बनाने के लिए चीन इस बार दुर्गा पूजा को प्रायोजक करेगा !
राज्य में दुर्गा पूजा का आयोजन देखने के लिए लोग दुनिया भर से आते हैं । चीन का वाणिज्यिक दूतावास इस बार कोलकाता के बीजे ब्लॉक की दुर्गा पूजा को प्रायोजक कर रहा है । बीते कुछ सालों से चीन का प्रयास है कि वो राज्य की संस्कृति से परिचित हो सके !
बीते सालों में चीन कई बार कोलकाता पुलिस के साथ मिल कर दुर्गा पूजा में इनाम का ऐलान करता रहा है । इस बार चीन एक कदम और आगे बढा है । चीन इस बार बीजे ब्लॉक की दुर्गा पूजा को प्रायोजक तो करेगा ही इसके साथ ही वो यहां के कलाकारों को अपने देश भेजेगा । चीन, कलाकारों को चीनी आर्ट सीखने के लिए अपने देश भेजेगा !
DURGA POOJA – CHINESE TOUCH !
चीन की कोशिश है कि दुर्गा पूजा के लिए तैयार किया जानेवाले पंडाल में चीनी आर्ट भी शामिल हो ! उसकी कोशिश है कि पंडाल, पगोडा की तरह दिखे । चीन के कुनमिंग में स्थानीय कलाकारों को इस तरह के आर्किटेक्चर के बेहतर नमूने दिखाए थे ।
इस पूजा में जो लोग आएंगे उन्हें भी कई नई चीजें देखने को मिलेंगी । जिसमें चीन की बांसुरी, ड्रैगन डांस और एक्रोबेटिक्स की कलाओं का प्रदर्शन भी होगा । इन सबके लिए चीन से कलाकार बुलाए जाएंगे ।
स्त्रोत : न्यूज 18